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कुरता नया है / उज्ज्वल भट्टाचार्य
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,
18:34, 25 जून 2019
मगर
कोई भी कुरता वो पहने
,
हमारा राजा
नँगा ही दिखता है ।
</poem>
अनिल जनविजय
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