गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
पाषाण पूजा / ओम व्यास
No change in size
,
13:29, 10 अप्रैल 2020
<poem>
सदियों से
पूजते रहे
-
पाषाण
ईश्वर के भ्रम में
और हो गये पत्थर दिल
सशुल्क योगदानकर्ता ५
Delete, Mover, Reupload, Uploader
16,441
edits