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जीर्ण और संकीर्ण व्यवस्था
पर,आदर्श प्रहर प्रहार कहाँ है?
लाशों के अम्बार लगे हैं
ख़ुद पर जो आसक्त नहीं हो
अब ऐसा खुद्दार ख़ुद्दार कहाँ है?
इंसानों की खोज हो रही
आप पूछते प्यार कहाँ है?
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