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सुबह कुनकुनी/ रामकिशोर दाहिया
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13:11, 6 मई 2021
नैनीताल हुईं
सुख-शोहरत
आशीष
आशीषें
उनकी
मेरे भाल हुईं।
देते बिम्ब नये
सुबह कुनकुनी
किरण
किरणें
लेकर
फिर खुशहाल हुईं।
डा० जगदीश व्योम
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