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घटिया सी एक शराब है शातिर की दोस्ती / रमेश रंजक
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09:59, 9 सितम्बर 2021
बनिये का भाव-ताव है शातिर की दोस्ती ।।
उसकी
फरेबदार
फ़रेबदार
जुबाँ पर न जाइए —
नेता का इक चुनाव है शातिर की दोस्ती ।।
अनिल जनविजय
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