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थके हुए साथी से / बैर्तोल्त ब्रेष्त / उज्ज्वल भट्टाचार्य
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12:41, 17 नवम्बर 2021
अगर तुम मर जाओगे, वे तुम्हें दफ़ना देंगे
चाहे तुम अपनी मौत के
कसूरवार्
कसूरवार
हो या नहीं ।
तुम कहते हो:
काफ़ी अरसे तक तुम लड़ चुके । अब तुम और नहीं लड़ सकते ।
तो फिर सुन लो :
अनिल जनविजय
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