गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
तुम / नीलमणि फूकन / दिनकर कुमार
542 bytes added
,
17:13, 18 दिसम्बर 2021
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= नीलमणि फूकन |अनुवादक= दिनकर कुमा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार= नीलमणि फूकन
|अनुवादक= दिनकर कुमार
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
ग़लती से
तुम्हें बिछौने पर
टटोलता फिर रहा था
तुम तो
पहाड़ की तलहटी में
तिल-फूल बनकर
खिले हुए हो ।
'''मूल असमिया से अनुवाद : दिनकर कुमार'''
</poem>
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,616
edits