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15:05, 21 जनवरी 2022 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=अपअललोन ग्रिगोरिइफ़
|अनुवादक=अनिल जनविजय
|संग्रह=
}}
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<poem>
ओ, कम से कम मुझसे
बात तो कर
दोस्त मेरी तू
सात सुरों वाली !
दिल उदास है
भरा हुआ
और रात है
कितनी काली ।
'''मूल रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
'''और लीजिए, अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए'''
Аполло́н Григо́рьев
Подруга семиструнная
О, говори хоть ты со мной,
Подруга семиструнная!
Душа полна
такой тоской,
А ночь такая...
</poem>