983 bytes added,
07:13, 10 नवम्बर 2008 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=अहमद फ़राज़
|संग्रह=खानाबदोश / फ़राज़
}}
[[Category:ग़ज़ल]]
दुख फ़साना नहीं के तुझसे कहें <br>
दिल भी माना नहीं के तुझसे कहें <br><br>
आज तक अपनी बेकली का सबब <br>
ख़ुद भी जाना नहीं के तुझसे कहें <br><br>
एक तू हर्फ़आश्ना था मगर <br>
अब ज़माना नहीं के तुझसे कहें <br><br>
बे-तरह दिल है और तुझसे <br>
दोस्ताना नहीं के तुझसे कहें <br><br>
ऐ ख़ुदा दर्द-ए-दिल है बख़्शिश-ए-दोस्त <br>
आब-ओ-दाना नहीं के तुझसे कहें <br><br>