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कोई गाता मैं सो जाता / हरिवंशराय बच्चन
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16:23, 5 जनवरी 2023
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संस्रिति
संसृति
के विस्तृत सागर में
सपनो
सपनों
की नौका के अंदरदुख सुख
कि
की
लहरों मे उठ गिर
बहता जाता, मैं सो जाता ।
सहलाता, मैं सो जाता ।
मेरे जीवन का
खाराजल
खारा जल
मेरे जीवन का हालाहल
कोई अपने स्वर में मधुमय कर
Sharda suman
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