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ज़िन्दगी / विलिमीर ख़्लेबनिकफ़ / वरयाम सिंह
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07:25, 19 जनवरी 2023
दे बैठा था वह जान इन दाँतों से भिड़ते हुए
दिखाई दे रहा है वही
खोर्स
ख़ोर्स
* आकाश में
मूसलाधार बारिश ने उसे जीवित देखा था
अब वह मिट्टी का ढेला है जमा हुआ ।
अनिल जनविजय
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