654 bytes added,
19:54, 2 अप्रैल 2009 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ज़ाक प्रेवेर
}}
<poem>
बहुत पतला था नौजवान नेपोलियन
तोपखाने का अफ़सर
बाद में बन गया वह सम्राट
बहुत से देश जीते उसने
और उसकी तौंद निकल आयी
तब भी थी उसकी तौंद
जब वह मरा था
पर बहुत छोटा हो गया था वह।
</poem>
'''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी