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जलती बारूद बनो अब बुर्जों पर छाओ रे / ऋषभ देव शर्मा
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18:06, 7 मई 2009
{{KKRachna
|रचनाकार=ऋषभ देव शर्मा
|संग्रह=
तरकश
तेवरी
/ ऋषभ देव शर्मा
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<Poem>
चंद्र मौलेश्वर
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