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दिल को तो कहीं और लगाए हुए थे लोग / प्रेम भारद्वाज
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18:55, 4 अगस्त 2009
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|रचनाकार=प्रेम भारद्वाज
|संग्रह= मौसम मौसम / प्रेम भारद्वाज
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[[Category:ग़ज़ल]]
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दिल को तो कहीं और लगाए हुए थे लोग
अपनी कता में प्रेम चलाए हुए थे लोग
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'''मोटा पाठ'''
प्रकाश बादल
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