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दर्द कम हो रहा है सीने में / परमानन्द शर्मा 'शरर'
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01:27, 8 सितम्बर 2009
लुत्फ़ बाक़ी रहा न जीने में
सोरहे
सो रहे
लाख-
काख
लाख
अरमाँ हैं
दिले -पामाल के दफ़ीने में
द्विजेन्द्र द्विज
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