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मैं क्या कर सकने में समर्थ? / हरिवंशराय बच्चन
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23:00, 1 अक्टूबर 2009
मैं क्या कर सकने में समर्थ?
मुझसे विधि, विधि की
सॄष्टि
सृष्टि
क्रुद्ध,
मुझसे संसृति का क्रम विरुद्ध,
इसलिए व्यर्थ मेरे प्रयत्न, इस कारण सब प्रार्थना व्यर्थ!
हेमंत जोशी
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