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उम्मीद भी किरदार पे पूरी नहीं उतरी / मुनव्वर राना
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11:48, 28 नवम्बर 2009
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उम्मीद भी किरदार पे पूरी नहीं उतरी ये शब <ref>रात</ref>दिले-बीमार पे पूरी नहीं उतरी
क्या ख़ौफ़ <ref>भय</ref>का मंज़र<ref>दृश्य</ref>था तेरे शहर में कल रात
द्विजेन्द्र द्विज
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