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06:12, 23 जून 2010 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=रमेश कौशिक
|संग्रह=151 बाल-कविताएँ / रमेश कौशिक
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<poem><br />'''बिजली का बल्ब'''<br /><br />फूँक मार कर मुझे<br />बुझाने की कोशिश बेकार<br />मैं छोटा सूरज हूँ<br />मुझसे डरता है अँधियार्।<br /><br />आती शाम डूबता सूरज<br />सब कुछ-काला<br />एक बटन दबते ही घर में<br />हो जाता उजियाला।</poem>