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11:01, 25 जून 2010 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रमेश कौशिक
|संग्रह = मैं यहाँ हूँ / रमेश कौशिक
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<poem><br />समय की स्लेट<br />और पानी की प्लेट पर<br />कितना ही लिखो<br />कुछ भी नहीं रहता<br />बचपन से जानता हूँ<br />लेकिन आज भी कोशिश में लगा हूँ।</poem>