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11:21, 3 जुलाई 2010 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=दिनेश कुमार शुक्ल
|संग्रह=ललमुनियॉं की दुनिया
}}
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<poem>
वो हवा है
उसे तुमसे क्या मिलेगा
बस ज़रा-सा अंगराग
राग का यह अंग कब किसने सुना है
धूल का यह राग
धूल की यह देह
</poem>