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12:34, 23 जुलाई 2010 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=मुकेश मानस
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<poem>
इंसान
दंगे में मारा गया
जो हिन्दू या मुसलमान था
जो सिख या क्रिस्तान था
और ज़िन्दा रहा वो
जो सिर्फ़ इंसान था
1987, आधी अधूरी ज़िन्दगी से
<poem>