भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

इंसान / मुकेश मानस

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज



दंगे में मारा गया
जो हिन्दू या मुसलमान था
जो सिख या क्रिस्तान था

और ज़िन्दा रहा वो
जो सिर्फ़ इंसान था
1987, आधी अधूरी ज़िन्दगी से