Changes

नदी है / केदारनाथ अग्रवाल

162 bytes added, 15:44, 10 नवम्बर 2010
{{KKRachna
|रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल
|संग्रह=कुहकी कोयल खड़े पेड़ की देह / केदारनाथ अग्रवाल; आग का आईना / केदारनाथ अग्रवाल
}}
{{KKCatKavita}}    <poem>
नदी है
 
अब भी है
 
तट के पास
 
तट से सटी
  ('''रचनाकाल :02.04.1968)०२-०४-१९६८'''</poem>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits