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शीश जटा सुरसरि छटा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
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(राग पीलू-ताल कहरवा)
शीश जटा सुरसरि छटा, भूषण भूति भुजंग।
मुण्ड माल शशि भालवर, जय शिव गिरिजा संग॥