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पद-रत्नाकर / भाग- 4 / हनुमानप्रसाद पोद्दार
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पद
श्रीराधा-कृष्ण-जन्म-महोत्सव एवं जय-गान
- सर्वातीत, सर्वविरहित / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- नव-नीरद-नीलाभ कृष्ण तन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जन्म अजन्मा, अविनाशी का / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रकट हुए थे धराधाम में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कंस तमोमय का था / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- शुद्ध सच्चिदानन्द परात्पर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- काल हो गया अतिशय शोभन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- उदय हो गये जैसे घर में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कृष्णचन्द्र उदय भए / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- हरि अवतरे कारागार / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सुन्यौ नँद-घर लाला जायौ / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रगटे अभिराम स्याम रसिक / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- चकित-थकित अपलक नेत्रों से / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- श्रीराधा माधव, श्रीमाधव राधा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कीर्ति-कुञ्क्षिकी कीर्ति जगत में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आजु वृषभान भवन आनँद / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रगटीं अनूप भूप, भानु-घर दुलारी / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रगटीं राधा रावल में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रकट हुईं वृषभानु-राजगृह राधा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आए मुनि भानु-भौन नारद / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सुन्दर सुभग कुँवरि / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- रानी कीरति कुँवरि जाई / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जन्मोच्छव राधिका कुँवरि / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- हरि-प्रिय-भामिनि, अग-जग-स्वामिनि / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- हृदय आनन्द भर बोलो / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- स्यामघन दामिनि प्रगट भई / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सुभ निसान बाजत / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- द्वार वृषभानु के आजु / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- बज रही गाँव रावल में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- भानु घर उत्सव आज महान / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- वह धन्य घड़ी है आई / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- भानुपुर बाजत बिपुल बधाई / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जग उठे भाग्य अग-जग के / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- अतुल आनन्द भर मन में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- अब तो जागे भाग हमारे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- अब जो हरष भयौ रावल में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- नन्द-यशोदा के घर प्रकट हुए / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मंगल बधाइयाँ हो / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सुदंर सुभग कुँवरि एक जाई / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- धन्य-धन्य द्वापर जुग / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- धन्य घरी, धनि भादौं मास / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- राधा जाई, आनँद लाई / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रेम की मूरति नागर नट की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जसुमति लै संग नंद / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- त्यागमूर्ति श्रीराधा आयीं / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- बरसगाँठि बृषभानु-कुँवरि / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- बरसगाँठि बृषभानु-कुँवरि की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- राधा ने दे दर्शन सुर-ऋषि को / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय राधे, जय जय राधे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय राधे जय श्री राधे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- बोलो जय राधे, राधे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- रटे जा राधे-राधे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय राधे! जय राधे! जय राधे! / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- बृंदावन-रानी श्रीराधा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- वृषभानु-दुलारी जय राधे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कृष्णप्रेयसी कान्तागण में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय परमेश्वरि, जयति परम / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय जय राधा, रासेश्वरि जय / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय जय जय राधा अभिराम / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जयति जय श्रीबृषभानु-दुलारी / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय नँद-नन्दन, जय गोपाल / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय वसुदेव-देवकी-नन्दन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय नँद-नंदन प्रेम-बिवर्धन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- देवकी-नन्दन की जय / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- एक लकडिय़ा चन्दन की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति कीजै श्रीनटवर की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति श्रीवसुदेव-तनय की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति श्रीवृषभानुलली की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति श्रीबृषभानुसुता की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति राधा-राधाबर की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- समुद सुगन्धित सुमन लै / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- चित्र-विचित्र मण्डपों से है / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- शौर्य-वीर्य-ऐश्वर्य अतुल माधुर्य / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- रामचंद्र मुख-मंजु मनोहर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- अतुल अनन्त अचिन्त्य / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मात-पिता-गुरु-भक्ति / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय श्रीराम, भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्र / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सीता-राम, उर्मिला-लक्ष्मण / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मज्जन करि सुभ सरजु / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- राम-लखन नृप-सुअन दोउ / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- अति प्रसन्न-मन जनक / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रभु! मैं नहिं नाव चलावौं / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रभु बोले मुसुकाई / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मधुर मृदु सुंदर राजकुमार / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- लक्ष्मण अनुज सती सीता / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- चरन-पादुका नेह सों पूजत / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सहित सहस्र चतुर्दश राक्षस गण के / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- विप्र वेशधारी वैश्वानर आये / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मधुर सु-सेवा से प्रसन्न हो / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- ओजस्वी सौमित्रि / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सीता अति कृस गात / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सीताका कर हरण / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- पता लगाकर सीता का / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- रिपु रन जीति राम घर आए / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- नील कमल, नव-नील-नीरधर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- गो-द्विज-रक्षा-हेतु राम ने लिया दिव्य मानव-अवतार / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- पूर्णब्रह्मा परात्पर राम / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- ध्यानमग्र हनुमान नाचते गाते / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- काँचनाद्रि-कमनीय कलेवर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति कीजै श्रीरघुबर की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति श्रीजनक-दुलारी की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरती श्रीअञ्जनीकुमारजी / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- एक सत्य जो परम तव परमात्मा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- एक परम प्रभु चिदानन्दघन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- नीरद श्यामवर्ण अति शोभित / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- वज्र-ध्वजा-अंकुश-सरसिजके / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- है जो त्रिगुणातीत, नित्य, अज / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- दिव्य ज्योति-मण्डल उद्भासित किरणें / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- लक्ष्मी नारायण स्वयं, नारायण श्री रूप / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- नील-स्याम अद्भुत तेजोमय बालक / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- देते सूर्य-सोम-मण्डल को / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय अनन्त वैभवमयि / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कमलासन-आसीन देवि ‘श्री’/ हनुमानप्रसाद पोद्दार
- शक्ति-शक्तिधर श्रीलक्ष्मी-नारायण / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- एकार्णवकी उस अगाध / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कहाँ वयस सुकुमार वत्स / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जगन्नाथ, बलभद्र, सुभद्रा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- असुरों ने आ किया आक्रमण / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- देव-दानवों ने मथा मिलकर उदधि अपार / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- हरि सँग समर रत बृषकेतु / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- परम परात्पर देव / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मथुरा में सानन्द पधारे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- ब्राह्माण के गो-धन की रक्षा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- अज अव्यय अखिलेश प्रभु / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- संजय बोले-’नृपति / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- शुद्ध सच्चिदानन्द दिव्य वपु / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- बिदुर-घर स्याम पाहुने आये / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- बढ़ते चले, शूल-मद-मर्दन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- अज अविनाशी अखिल भुवनपति / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- चिन्तन किया श्यामने / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- व्याध बिनवत दोऊ कर जोरे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- श्रीमहेशकी अंगकान्ति अति सुन्दर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- नित्य सच्चिदानन्द सदाशिव / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- अचल सरल उन्नत सुदिव्य वपु / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- वर्ण गौर कर्पूर-सदृश / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- शुभ कर्पूरगौर तन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- शङ्ख-गौर पट रीछ-छाल / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- ध्यानमग्र शुचि शान्त शिव / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- हिमगिरि में हिम से आच्छादित / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- शिव शिव हर हर जपत जग / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- अचल अमल अज अनघ अचर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- काली से गौरी हुई तजकर काली-चाम / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- हिमगिरि छाइ रहे श्रीसंकर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- खुलता नेत्र तीसरा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- नाचत नटराज रुचिर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय जय शंकर शूल-डमरुधर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- शीश जटा सुरसरि छटा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- अज अनादि अविगत अलख / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय शिवशंकर औढरदानी / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आदि अनादि अनंत अखंड / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय जय, अव्यय / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- एकदन्त, गजवदन, चतुर्भुज / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- करता तुम्हें प्रणाम भक्ति से / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- रक्तवर्ण शुभ, एकदन्त / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय अष्टादशभुजाधारिणी / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- लिएँ हाथ असि, चक्र / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- दुर्गा दुर्गा रटत ही / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- खड्ग परशु, खट्वांग, गदा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- भानु-सहस्र-सदृश अति आभा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कान्ति धवल कर्पूर-कुंद-सम / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- विद्यादायिनि ‘सरस्वती’ जय / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- रक्त वर्ण, रक्तबर राजत / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- गौरारुण शुभ वर्ण मुकुट / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय भव-भामिनि / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय दुर्गे दुर्गतिनाशिनि / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कालमेघ-श्यामल-तनु शोभित / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आदिदेव, आदित्य, दिवाकर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय जगदीश हरे, प्रभु / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति भक्तकल्पतरु हरि की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति परम साम्ब-शंकर की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- हर हर हर महादेव / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति गजवदन विनायक की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जगजननी जय! जय / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति श्री गायत्रीजी की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- गायत्री माता, जय गायत्री माता / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति अतिपावन पुरान की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति जग पावन पुरान की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- आरति श्रीगैया-मैया की / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मेरे प्रभु हैं कितने सहज सुहृद / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- हरि सम हरि ही / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- हरिकों हरि-जन अतिहि पियारे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जिसका कोई नहीं जगत में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कैसे अति विचित्र करुणामय / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जो अनन्त ब्रह्माण्डों के हैं / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- साँवरे सदा प्रेमाधीन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मैं नित भगतन हाथ बिकाऊँ / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जिसने उनको चाहा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रेम-रस-मधुर भावयुक्त / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रियतम की मधुर स्मृति / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रेमी-जन के प्रेमास्पद / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- गोपों के आँगन-कीचड़ में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- बरस रही है सब पर भगवत्कृपा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कृपा कृपामयकी / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- भय मत करो / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- नित्य-निरन्तर सहज / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जिसने प्रभुसे कहा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- एक बार शरणागत होकर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जो अनन्त ऐश्वर्य-धर्म-यश / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सब प्रकार से मलिन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जिसको पतित समझकर जग में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- दैन्य-मूर्ति जो प्रभुकी / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- भरा हुआ दुस्तर दोषों से / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सारे यज्ञ-तपों के भोक्त / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- घोर असाधु, मलिन-मन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मृत्युरूप बन तुम ही आते / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- शब्दों के मिथ्याडम्बर से / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- भोग रहे हैं सुख-दुख सारा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- प्रियतम प्रभु ऐसे स्नेही हैं / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- तू भाइ हारो रे हारो / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- धर्मभूमि शुचि कुरुक्षेत्रमें / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- उठो! कायरता छोड़ो वीर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- अपना धर्म देखकर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जो तुम रण से मुख मोड़ोगे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- विषमस्थलमें उपजा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- भारत! अब ज्ञानखड्ग लो धार / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कर्मेन्द्रियाँ रोक जो तजता / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मुझ में चित जोड़ सब / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सुर-ऋषि-पितर-मनुज / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- पार्थ! यह काम पाप की खान / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जाते वहीं कर्मयोगी हैं / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- ध्यान में मन इस भाँति लगावे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- सब भूतों में स्थित आत्मा है / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- योगभ्रष्ट पुण्यलोकों में जाकर / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जो संलग्न श्रेष्ठ साधन / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- माया ने है जिन लोगों / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- बहु-जन्मों के अन्त / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- करता जो भूतों की पूजा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मानव जिसका सदा स्मरण / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जीवन भर जिन भाव / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- इससे स्मरण करो तुम / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मन निरुद्धकर हृदय-देश में / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- नरकों में जा पापी / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- शुभ्र ज्योतिर्मय सुपथ से / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- पुण्यवान सकाम योगी / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मैं ही गति, भर्ता, प्रभु / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- वैदिक यज्ञकर्म करते / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कुन्तिपुत्र! जो अन्य देवताओं को भजते / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- कर दैवी प्रकृति का आश्रय / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जिनसे सब प्रकार से रक्षा / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- हूँ महर्षियों में भृगु मैं ही / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- हरि की दिव्य विभूति अमित हैं / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- नागों में मैं शेषनाग हूँ / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- ऐसी कोई वस्तु नहीं है / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- विश्व चराचर निकला मुझसे / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जिससे जीव सकल निकले हैं / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- श्रीमद्भगवद्गीता की आरती / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- वन्दन नित्य हृदय से / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- जय आनन्द, अमृत, अज / हनुमानप्रसाद पोद्दार
- मधुरन महँ सब तें मधुर / हनुमानप्रसाद पोद्दार