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भानु घर उत्सव आज महान / हनुमानप्रसाद पोद्दार

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 भानु घर उत्सव आज महान।
 परमानंद-‌आनँद-दायिनी प्रगट भ‌ई सुख-खान॥

 रूप अनूप, स्वरूप अलौकिक, आनँद-सुधा-समुद्र।
 मिट्यौ मोह-तम, दुरित दह्यौ, देखतहीं दुख-दारिद्र॥

 उमग्यौ प्रेम-समुद्र सुद्ध मधु, नस्यौ स्वार्थ कौ बीज।
 उखर्‌यौ बिबिध अनर्थ-मूल, माया कौ बिटप सबीज॥

 हरषित इत-‌उत धावत, गावत-नाचत सब पुर-लोग।
 प्रगटीं धन्य करन जग कौं श्रीराधा सुभ-संजोग॥