Last modified on 18 दिसम्बर 2010, at 04:20

क सूं कविता / सांवर दइया

Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 04:20, 18 दिसम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सांवर दइया |संग्रह=आखर री आँख सूं / सांवर दइया }} [[Ca…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

बाप री जिंदगी में पीड़-
         क सूं करजो

मां री आंख्यां में सुपना-
         क सूं कमाई

भायां खातर भविष्य-
         क सूं कमठाणो

म्हारै वास्तै-
         क सूं कविता !