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न हट सका-दो / केदारनाथ अग्रवाल
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न हट सका
हमारे बीच में खड़ा समय
कि हम मिल सकें
दिक् से बाहर
एक हो सकें
काल से दूर
रचनाकाल: १४-१०-१९६५