प्रसन्न हैं
प्यार के पंख फैलाए
रूप और रंग के पखेरू
उड़ान से
जमीन और आसमान का
फासला नापने में।
रचनाकाल: ०८-०६-१९७६, मद्रास
प्रसन्न हैं
प्यार के पंख फैलाए
रूप और रंग के पखेरू
उड़ान से
जमीन और आसमान का
फासला नापने में।
रचनाकाल: ०८-०६-१९७६, मद्रास