भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
दुर्घटना / नीलेश रघुवंशी
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:55, 26 जून 2007 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नीलेश रघुवंशी }} बच्चा बहुत ख़ुश होता है किलकारियाँ म...)
बच्चा बहुत ख़ुश होता है
किलकारियाँ मारता है
चलती ट्रेन को देखकर
हो न जाए उसके सामने
रेल-एक्सीडेंट ।