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शहर-1 / मंगलेश डबराल

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रचनाकारः मंगलेश डबराल

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मैंने शहर को देखा और मैं मुस्कराया

वहाँ कोई कैसे रह सकता है

यह जानने मैं गया

और वापस न आया ।


(रचनाकाल :1974)