(22)
सोहैं साँवरे पथिक, पाछे ललना लोनी |
दामिनि-बरन गोरी, लखि सखि तृन तोरी,
बीती हैं बय किसोरी, जोबन होनी ||
नीके कै निकाई देखि, जनम सफल लेखि
,
हम-सी भूरि-भागिनि नभ न छोनी |
तुलसी-स्वामी-स्वामिनि जोहे मोही हैं भामिनि,
सोभा-सुधा पिए करि अँखिया दोनी ||