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बेला लो डूब ही गई / ठाकुरप्रसाद सिंह
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बेला लो डूब ही गई
झलफल बेला
झिलमिल बेला
बेला लो डूब ही गई
रो-रोकर नदी के किनारे
धारे, धारे
प्राण विकल तेरे रे हारे
दिशा तुम्हें भूली रे
नइहर के दूर हैं सहारे
वही हुआ, नाव की तुम्हारे
लो डोरी छूट ही गई
बेला लो डूब ही गई