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राम कसम है, राम भरोसे / अश्वनी शर्मा
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राम कसम है, राम भरोसे
जय हो जै जै, राम भरोसे।
दुनियादारों की दुनिया में
बड़ी अजब शै, राम भरोसे।
उनको वहम चलाते दुनिया
ये पक्का तै, राम भरोसे।
वक्त पकड़ पिंजड़े में रख लो
जो होगा पै, राम भरोसे।
तौली गई अगर-औकातें
कर देगा कै, राम भरोसे।
आसमान दीवाना कर दे
सांसो की मय, राम भरोसे।
चिंतक, ज्ञानी, पंडित, मौला
फिर भी सब है, राम भरोसे।