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डरता हूँ कामयाबी-ए-तकदीर देखकर / फ़िराक़ गोरखपुरी
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डरता हूँ कामियाबी-ए-तकदीर देखकर.
यानी सितमज़रीफ़ी-ए-तकदीर देखकर.