भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

खाली पेट / अभिमन्यु अनत

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:43, 6 दिसम्बर 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अभिमन्यु अनत |संग्रह=नागफनी में उ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

तुमने आदमी को खाली पेट दिया
ठीक किया
पर एक प्रश्न है रे नियति
खाली पेटवालों को
तुमने घुटने क्यों दिये ?
फैलानेवाला हाथ क्यों दिया ?