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हमारी एकता / भानुमती नागदान

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अविश्वास का यह कैसा माहौल छाया हुआ है ?
हर एक प्राणी की निगाह में यह ज़हरीला शक क्यों है ?
यह खून खराबा, यह लूटमार यह भ्रष्टाचार की हवा कैसे आई है ।
यह आपसी रिश्तों में दरारें कैसे बन गए ?
समाज में यह खोखलापन क्यों?
हम इन रिश्वतखोरों और भ्रष्टाचारों के रचाए हुए चक्रव्यूह
में कैसे फँस गए ।