भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बीसवीं शताब्दी का इतिहास (एक) / अनिल जनविजय

Kavita Kosh से
77.41.24.214 (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 01:04, 21 अक्टूबर 2007 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनिल जनविजय |संग्रह=माँ, बापू कब आएंगे }} सोता हुआ बच्चा...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सोता हुआ बच्चा

नींद में चीखा अचानक

माँ ! हिटलर ! हिटलर !!


कुलबुलाया

बुक्का फाड़ कर रोया

और फिर चुपचाप

करवट बदल कर सो गया