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राजा / भास्कर चौधुरी
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कहानी है यह
बच्चों की
पर है खरी
सच्ची
कि जंगल का राजा षेर
दहाड़ता है इसलिए
क्योंकि कायर होता है वह
पाकर भी समूचा का समूचा भैंस
उसे सताता है डर
कि अगले दिन
क्या वह बचेगा लायक इतना भी
कि मार सके एक बकरी
उसे डर है कि
बड़े-बड़े सिंह वाले भैंसे
होकर इक कहीं
फाड़ न डाले उसका पेट
इसीलिए तो शायद
शेर के मंत्रिमंडल में शामिल होते हैं सबसे आगे
गीदड़ लोमड़ियाँ और सियार
और सबसे अंत में
लाशों पर टिकने वाले गिद्ध!!