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कोन्या बणूं लीडर / रामफल चहल

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कौआ बौल्या आपणी मां न मैं साचम साच बताऊं
हरदम आसा रहती मन म्हं मैं लीडर बण जाऊं
लीडर मत ना बणीए बेटा या बात मान ले मेरी
जै बणना घणा लाजमी सै तो सीख ले ये हथफेरी
गुण्ड़यां के पैर दबाणा सीख,
दंगे फसाद कराणा सीख
बुगला भक्त बण जाणा सीख,
होटल म्हं ऐश उड़ाणा सीख
आक का आम दिखाणा सीख,
विरोधियां का हाथ बताणा सीख
पाणी म्हं आग लगाणा सीख,
चिता पै रोट सिकाणा सीख
कई कई ब्याह करवाणा सीख, फेर राजनीति म्हं ल्याऊ

खद्दर पहर, गिरकाणा सीख,
कौम की बात चलाणा सीख
हमाम म्हं नंगा नहाणा सीख
धर्म पै भाषण प्याणा सीख
बदली खूब करवाणा सीख,
नौकरी भी लगवाणा सीख
चाकु छुरी चलवाणा सीख,
हर जगह कमीशन खाणां सीख
काग न हंस बताणा सीख, आच्छै नुस्खे तनै सिखाऊ
एस्तीफे खातर चिल्लाणा सीख,
विरोधी पै जूत्ते फिकवाणां सीख
भभकी दे घुरकाणा सीख,
संसद म्हं चिल्लाणा सीख
जेब भरणा और भरवाणा सीख,
दारू पीणा और पिलाणा सीख
कच्चे पक्के मांख चबाणा सीख,
मंदिर मस्जिद न तुड़वाणा सीख
अपणे ए शहर म्हं बम फुडवाणा सीख फेर कुर्सी तक पहोंचाऊ


ले जनता न बहकाणा सीख,
गरीबां तै नाक चढाणा सीख
झोंपड़ी म्हं रात बिताणा सीख,
खेतां नै बिकवाणा सीख
कदे हाथी पै चढ़ जाणा सीख,
रेत म्हं कमल खिलाणा सीख
कदे चश्मां हरया लगाणा सीख,
कदे पंजे पै बटण दबाणा सीख
कदे खम्बे पै चढ़ जाणा सीख,
कदे खरीदणा अर बिकजाणा सीख
पहल्यां सारी शर्त निभाणा सीख,फेर तेरे छिक्क कै लाड लडाऊ
ना इतणे पाप बस के मेरै, मैं बिन कुछ करे काणा कहाऊं
’चहल’ आगै नेम करूं मां, मैं ना लीडर बणना चाहऊं