अहाँक वचन हम आएब
हमर आँचरमे इन्द्रधनुष उतरल
सतरंगी भावनामे
मोनक रस रूप पसरल
आ क्षणपर क्षण कपूर जकाँ उड़ैत रहल
कैलेंडरक पन्ना फाटैत रहल
वचनक ओ मास कहियो नहि आएल
कहियो नहि आएल
जरैत सिगरेट जकाँ मोन हमर
दहैत रहल
कामना छाउर बनैत रहल
मृत्युक महक पसरैत रहल
वचनक ओ मास कहियो नहि आएल
कहियो नहि आएल...