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हमरा से छोटी-छोटी भइली लरकोरिया / महेन्द्र मिश्र

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हमरा से छोटी-छोटी भइली लरकोरिया हाय रे सँवरिया लाल।
हमरो बयसवा बीतल जाय हाय रे सँवरियो लाल।
बाबा निरमोहिया रामा गवनो ना दिहलें हाय सँवरियो लाल।
विरहा सहलो नाहीं जाय हाय रे संवरिया लाल।
आधि-आधि रतिया रामा बोलेला पपीहरा आय रे सँवरियो लाल।
कोइली के बोलिया ना सोहाय। हाय रे सँवरियो लाल।
बाटके बटोहिया रामा तुहूँ मोरा भइया हाय रे सँवरिया लाल।
हमरो सनेसवा कहिहऽ जाय हाय रे संवरियो लाल।
अइसन रे समइया कान्हा सूध बिसरवलें हाय रे संवरियो लाल।
अइसन रे समइया कान्हा सूध बिसरवलें हाय रे संवरिया लाल।
रही-रही जिया अकुलाय हाय रे संवरियो लाल।
कहत महेन्द्र कागा उचरू ना अंगनवाँ हाय रे सँवरियो लाल।
कब रे कन्हइया मिलिहें आय, हाय रे सँवरियो लाल।