Last modified on 11 अक्टूबर 2013, at 21:18

ठूंठ अर चूंच / अम्बिका दत्त

धिक्कार छै ई कठफोड़ी जूण नै
सारी उमर
ठक-ठक करतां ही खड जावे
पण
तोल ई न्ह पडे
आवाज ठूंठ में सूं आ रही छै
क चूंच म सूं ।