ब्याह पछै
बेटी नै
पी’र च्यार दिन ई
छोड़ै कोनी
जुवाई
लार रो लार
आज्यै’र
मूंडो लटकार
कैवै-
म्हारी मा री
आसंग कोनी
म्हे सोचूं-
छोरी तो पूरी सूरी
पढ़ी ई कोनी
अर डाक्टर
कद पछै हुयगी !