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इक्कलखोरियौ / रामस्वरूप किसान

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बो ई बो बोलै
हुंकारां री
बाड़ बिचाळै खड़यो
अर बाड़
बधती ई जावै

म्हैं
बाड़ रौ
भींटको नीं बण सकूं

ईं सारू
अळगौ ई
खड़यो हो ज्यावूं

इक्कलखोरियौ कुहा सकूं
हुंकारियौ कोनी कुहावूं।