भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
प्रीत-11 / विनोद स्वामी
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:50, 18 अक्टूबर 2013 का अवतरण
म्हैं भुगत भोगी हूं
जदी तो कैवूं-
तेरली-सी अटकळ
दुनिया रै कोई डाकदर कनै कोनी
कांटो काढण री।