भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
पीड़ / शिवराज भारतीय
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:07, 18 अक्टूबर 2013 का अवतरण
पन्दरै अगस्त मनावां
सालूं साल
गावां गीत
नाचां-कूदां
गूंजावां च्यारूमेर
आजादी रो संगीत
देस रै इतिहास री
घणी महताऊ घटना है आजादी
जिणनैं जरूर याद राखणी
पण नीं बिसराणीं
इण मौकै री दूजी घटना
जद कूक्या
पंजाब, लाहौर अर पटना
देस री नदियां रो पाणी
रातो हुग्यो
मिनखां रै लोही सूं
के मुसळमान अर के हिन्दू
सैं रो मिनखपणो सोग्यो
मिनख माथै
राखस हावी हुग्यो
खंड-खंड हुग्या
मिनख/परवार
अर
खंड-खंड हुग्यो देस।