Last modified on 24 दिसम्बर 2013, at 11:29

छोटी हीं देखि जनि भूलिए ए बाबा / भोजपुरी

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:29, 24 दिसम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अज्ञात |अनुवादक= |संग्रह=थरुहट के ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

छोटी हीं देखि जनि भूलिए ए बाबा, बीरन में सरदार
सात समुद्र नदी ओद्र बसतु हैं, बिहरेले सरजुग के तीर।।१।।
इहवाँ से उठि जब चललनि राज राजा जे करेले पुकार
जाहु सुचरिया देव सब का आगे, देव लोग आनहु बोलाय।।२।।
उहवाँ से उठि जब चलेलनि सुचरिया, देव आगे होइ गइले ठाढ़
कवनहिं काज-परोजन राजा, काहें मोके कइले हंकार।।३।।
झारि गलइचा दिहले बिछावन, अउरी कलस भर पानी
पाँव पखारि पाट बइठहु देव सब, कहु घर कुसल सनेस।।४।।
हमरो कुसल दस कुसल राजा, कुसल चाहिले तोहर।।५।।
ब्याहहिं काज परोजने देव सब, हम तोहि कइलीं हंकार
सब देव मिलि के मंत्र बिचारहु, भये सुता ब्याहन जोग।।६।।