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माटी कोड़े गइली ओही मटिखेनवाँ / भोजपुरी

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माटी कोड़े गइली ओही मटिखेनवाँ
देवरवा ललना धरेले मोरे बहियाँ। देवरवा ललना.।।१।।
छोडू-छोडू देवरा अलपी मोरा बहियाँ
से फूटी जइहें ना रही रंग चूड़िया, से फूटी जइहें ना।।२।।
चूड़िया के बदला भउजी, चूड़ी पहिरइबों
कि साठ रुपैया भउजी अउरी देबों दान, कि साठ रुपया।।३।।