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म्हां तौ नं पढां / अम्बिका दत्त

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आप न ! कदी
रेल गाड़ी मं बेठ्यां
पाछे भागता रूंखड़ा देख्या छै ?
जणे-गांव ।
स्कूल सूं बस्तो ले’र
भागतो जा रह्यो होवै
अर माथो हला हला’र
कह रह्यो होवे
म्हां तौ नं पढा ।
म्हां तौ नं पढा ।।
म्हां तौ नं पढा ।।